काली के मडई मा / ममता चंद्राकर
काली के मडई मा ले डारेव फुंदरा
काली के मडई मा ले डारेव फुंदरा
लाली टिकली संग लेएव लाली लुगरा
आज पहिर संझा पानी गेएव रे
लहुट घरे मा मुड धरे रोएव रे
ए जोड़ी मोर बिछिया गवागे 2
कोने ला पुछव मै कोन डहर जाव 2
सुरता ला मोर मै का गोठियाव 2
गुनत गुनत गाव गुनव संगी रे
पाव ला देखे के अब्बड़ पछताव
ए जोड़ी मोर बिछिया गवागे 2
मै हा खोजव एला अंधेर होगे रे 2
खोजत होही मोला बड बेर होगे रे 2
भीतर भीतर मै डरत रईथो रे
सूझे नहीं संगी मै हा काला बताव
ए जोड़ी मोर बिछिया गवागे 2
ज़ोरत हो रे हाथ तै झन खिसिया 2
ले दे संगी मोर चांदी के बिछिया 2
सुसक सुसक मै कलप डारेव रे
सूझे नहीं संगी मै हा काला बताव
ए जोड़ी मोर बिछिया गवागे 2
काली के मडई मा ले डारेव फुंदरा
लाली टिकली संग लेएव लाली लुगरा
आज पहिर संझा पानी गेएव रे
लहुट घरे मा मुड धरे रोएव रे
ए जोड़ी मोर बिछिया गवागे 2
गीत - काली के मडई मा
प्रकार - लोक गीत
सिंगर - ममता चंद्राकर
लेखक - -
म्यूजिक कंपनी - KK CASSETTE
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